ग्वालियर संभाग के नायब शहर काजी ने प्रशासकीय व्यवस्थाओं की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह इबादत का समय है। सभी अपनी भागीदारी निभाएं। घर में रहकर खुदा से दुआ करें कि कोरोना संकट जल्दी खत्म हो। श्री त्रिलोक सिंह भाटिया ने कहा कि ऐसी व्यवस्था हो कि कोई भी व्यक्ति इस संकट के समय में भूखे न रहे। वहाँ के बिशप ने स्वास्थ्य विभाग के योगदान की सराहना की तथा कहा कि ईश्वर शीघ्र ही इस संकट से हमें बाहर निकालेगा।
जबलपुर संभाग के धर्मगुरूओं ने कोरोना संकट के दौरान प्रधानमंत्री के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पूरे देश को एक सूत्र में बांध दिया है। जबलपुर में कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए धर्मगुरूओं द्वारा शासन को धन्यवाद दिया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की सक्रियता, तत्परता एवं जागरूकता से हम इस बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण कर पाए हैं। समन्वय परिवार ट्रस्ट द्वारा जबलपुर में निर्धन एवं निराश्रितों के लिए भोजन आदि की नि:शुल्क व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस समय जनता अपने-अपने घर को मंदिर बना ले। प्रशासन, पुलिस पूरी सख्ती करे और जाँच के बाद ही किसी को नगर में आने दे।
सागर संभाग के धर्मगुरूओं द्वारा सरकार के प्रयासों की सराहना की गई। सिख समाज के धर्मगुरू ने बताया कि सागर में किसी को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा। गुरूद्वारों में 24 घंटे लंगर चल रहे हैं, जिनमें भोजन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह संदेश जनता को दिया जा रहा है कि कोई भी घर से बाहर न निकलें, यदि बाहर निकला तो यह स्वयं एवं परिवार के लिए तबाही का कारण बनेगा।
रीवा संभाग के शहरकाजी ने कहा कि कोरोना संकट के द्वौरान भारत की एकता, अखण्डता की सही तस्वीर नजर आ रही है। सभी आपसी सद्भाव के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आगामी शबे बारात पर घर पर ही नमाज अदा की जाएगी। इस्लाम इंसानियत की हिफाजत करना सिखाता है। धर्मगुरूओं ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बताया कि रीवा में संभागायुक्त एवं आई.जी. द्वारा समय रहते सीमाएं सील कर दी गईं, जिससे कोरोना नियंत्रित रहा। उन्होंने कोरोना सहायता के लिए कलेक्ट्रेट में काउंटर बनाए जाने का सुझाव दिया।
होशंगाबाद संभाग के धर्मगुरू आचार्य सोमेश ने सुझाव दिया कि कोरोना के प्रति जनता को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। आवश्यक सावधानियां बरती जाएं तथा अफवाहों से दूर रहा जाए। वहां के आर्च बिशप ने घरों पर ही आराधना करने की बात कही। शहर काजी ने कहा कि सावधानी में ही सुरक्षा है।
शहडोल संभाग से जैन समाज के धर्मगुरू ने कहा कि प्रशासन की जागरूकता की वजह से शहर में एक भी कोरोना केस नहीं है। फादर एंटेनी ने कोरोना संकट को गंभीरता से लेने की बात कही। एक अन्य धर्मगुरू ने सुझाव दिया कि शासन द्वारा प्रत्येक धार्मिक स्थल पर कोरोना संबंधी बचाव आदि की जानकारी भिजवायी जाए, जिससे वे लोगों को बता सकें। चंबल संभाग के धर्मगुरूओं ने बताया कि आगामी पर्व घर पर रहकर ही मनाएंगे। लॉकडाउन में प्रशासन को पूरा सहयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा मुस्तैदी से वहां कार्य किया जा रहा है।
सुझावों पर अमल किया जाएगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी धर्मगुरूओं से प्राप्त सुझावों को ध्यान से सुना तथा कहा कि उन पर अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत विभाग के माध्यम से कोरोना संबंधी टेस्टिंग का कार्य किया जाएगा। बाहर से आए मजदूरों के लिए भी राशन एवं खाद्यान्न की व्यवस्था की जा रही है। फसल कटाई के लिए किसानों को हार्वेस्टर आदि की अनुमति रहेगी। कटाई का कार्य सोशल डिस्टेंसिंग के साथ करें। जो लोग कोरोना संकट में तैनात हैं, उनकी सेकण्ड लाईन भी तैयार की जा रही है।