मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में कोरोना से बचाव एवं उपचार की अच्छी व्यवस्था है। हम शीघ्र ही कोरोना टेस्ट क्षमता एक हजार प्रतिदिन तक ले जाएंगे। इसके अलावा मास्क, पीपीई किट्स आदि भी पर्याप्त मात्रा में है। हमारी पीपीई किट की गुणवत्ता को डी.आर.डी.ओ. द्वारा मान्यता प्रदान की गई हैं। हम प्रतिदिन चार हजार पीपीई किट बना रहे हैं तथा शीघ्र ही अन्य प्रदेशों को देने की स्थिति में आ जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी के प्रयासों से इंसानियत जीतेगी, कोरोना हारेगा।
सभी संभागों से धर्मगुरूओं ने दिए सुझाव
वीडियो कॉन्फ्रेंस में सभी संभागों से धर्मगुरूओं द्वारा कोरोना संकट से निपटने के लिए बहुत से सुझाव दिए गए। भोपाल संभाग से गायत्री परिवार के धर्मगुरू ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना टैस्ट बढ़ाए जाने का सुझाव दिया। आर्चबिशप ने प्रदेश में आए गरीब एवं प्रवासी मजदूरों की मदद करने की बात कही। काजी मुश्ताक अली ने शासन के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि आने वाले शबे बारात आदि त्योहारों में कोई घर से बाहर नहीं निकलेगा। वे घर पर रहकर ही त्योहार मनाएंगे।
इंदौर संभाग से शहर काजी ने इंदौर में हुई घटना के लिए देश-प्रदेश से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि जो लोग जिन्दगी बचा रहे हैं, उनके साथ ऐसा बर्ताव दुर्भाग्यपूर्ण है। राधे बाबा ने कहा कि इंदौर में प्रशासन द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा एक अन्य धर्मगुरू ने कहा कि गेहूँ की फसल पक गई है, उसकी कटाई आदि की व्यवस्था की जाना चाहिए। प्रशासन में लगे अमले की सैकण्ड लाईन भी तैयार की जाना चाहिए।
उज्जैन संभाग के शहर काजी ने सुझाव दिया कि जो भी लोग बाहर से शहरों में आए, उनकी जाँच होना जरूरी है। उन्होंने उज्जैन में कोरोना के प्रकरण न बढ़ने पर प्रशासकीय व्यवस्थाओं की तारीफ की। एक अन्य धर्मगुरू ने बताया कि वे सरकार के साथ मिलकर जनता की मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी प्रतिदिन कम से कम पाँच लोगों को भोजन सामग्री प्रदाय करें। रामेश्वर दास महंत ने सुझाव दिया कि कुंजन क्रिया बुखार आदि से तुरंत राहत दिलाती है।